क्या आप शेयर बाजार पर नजर रखते हैं और सोच रहे हैं कि Reliance Power Share Price क्यों चर्चा में है? आज, 25 अगस्त 2025 को, Anil Ambani की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर BSE पर 5% लोअर सर्किट के साथ ₹46.46 तक गिर गए। यह अचानक गिरावट कई निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन गई है, खासकर जब बाजार में अस्थिरता बढ़ रही है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञ इस शेयर पर “बाय” रेटिंग दे रहे हैं और बड़ा टारगेट सेट कर रहे हैं। इस लेख में, हम लोअर सर्किट के कारण, कंपनी के मूल सिद्धांतों, और विशेषज्ञों की सकारात्मक राय के पीछे की वजहों को गहराई से समझेंगे। चाहे आप अनुभवी निवेशक हों या नए, यह लेख आपको सूचित निर्णय लेने में मदद करेगा। हमारे प्लेटफॉर्म Sbzhind के बारे में अधिक जानने के लिए, हमारी About Us पेज पर जाएं।
Reliance Power Share Price: कंपनी का अवलोकन
रिलायंस पावर लिमिटेड, भारत के पावर जनरेशन सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी है, जो Anil Ambani के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है। यह कंपनी पावर प्रोजेक्ट्स के विकास, निर्माण और संचालन के लिए स्थापित की गई थी। 2025 तक, रिलायंस पावर की कुल क्षमता 5,945 मेगावाट है, जिसमें 5,760 मेगावाट थर्मल स्रोतों से और 185 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी से आता है।
कंपनी का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट, सasan Ultra Mega Power Project, 3,960 मेगावाट की क्षमता के साथ भारत के सबसे बड़े थर्मल पावर प्लांट्स में से एक है। रिलायंस पावर ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कदम रखा है, लेकिन इसका मुख्य फोकस भारत की बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करना है।
रिलायंस पावर की सस्टेनेबल एनर्जी में प्रगति
रिलायंस पावर ने हाल के वर्षों में सौर और ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स में निवेश करके सस्टेनेबल एनर्जी की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। यह भारत के 2070 तक नेट-जीरो लक्ष्य के अनुरूप है। कंपनी की यह रणनीति निवेशकों के बीच आशा जगाती है। अधिक जानकारी के लिए, हमारी Contact Us पेज पर संपर्क करें।
Reliance Power Share Price का ऐतिहासिक प्रदर्शन
रिलायंस पावर के शेयर की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है। 2008 में लिस्ट होने के बाद, यह शेयर उच्च उम्मीदों के साथ शुरू हुआ था, लेकिन कर्ज और नियामक बाधाओं ने इसे प्रभावित किया। 2020 में ₹4 के निचले स्तर से, शेयर ने 2025 तक लंबी अवधि के निवेशकों को 1,000% से अधिक रिटर्न दिया है।
2025 में, शेयर ने जून में 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर ₹76.49 छुआ, लेकिन तब से इसमें करीब 35% की गिरावट आई है। इस अस्थिरता का कारण ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव, नीतिगत बदलाव, और बाजार की सामान्य स्थिति रही है। उदाहरण के लिए, अगस्त 2025 की शुरुआत में, शेयर ने पांच दिनों में 16.54% की तेजी दिखाई और अपर सर्किट में बंद हुआ।
25 अगस्त 2025 को 5% लोअर सर्किट क्यों?
25 अगस्त 2025 को, Reliance Power Share Price BSE और NSE दोनों पर 5% गिरकर ₹46.46 पर लोअर सर्किट में बंद हुआ। इस गिरावट का मुख्य कारण सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) द्वारा Anil Ambani के खिलाफ ₹2,929 करोड़ के फ्रॉड मामले में जांच शुरू करना था, जो रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़ा है। रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों, जैसे रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, के शेयर भी लोअर सर्किट में बंद हुए।
हालांकि, रिलायंस पावर ने स्पष्ट किया कि यह CBI कार्रवाई रिलायंस कम्युनिकेशंस से संबंधित है और इसका कंपनी के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। फिर भी, बाजार में सतर्कता और मुनाफावसूली ने शेयर की कीमत को प्रभावित किया।
बाजार का संदर्भ
25 अगस्त को, भारतीय शेयर बाजार में मिश्रित रुझान थे। BSE सेंसेक्स 0.2% नीचे था, जबकि BSE पावर इंडेक्स में 0.2% की मामूली बढ़त देखी गई। Anil Ambani ग्रुप के स्टॉक्स, हालांकि, कमजोर प्रदर्शन कर रहे थे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट हेडलाइन रिस्क के कारण थी, न कि कंपनी के मूल सिद्धांतों में कमजोरी के कारण।
Expert Analysis: Buy Rating and Big Targets
लोअर सर्किट के बावजूद, विशेषज्ञ Reliance Power Share Price पर आशावादी हैं। क्यों? कंपनी की रिन्यूएबल एनर्जी में प्रगति और कर्ज कम करने की रणनीति इसके पीछे मुख्य कारण हैं।
एक प्रमुख ब्रोकरेज के विश्लेषक ने ₹41 से ऊपर ब्रेकआउट के आधार पर “बाय” रेटिंग दी है, जिसमें ₹45-₹50 का शॉर्ट-टर्म टारगेट है। लंबी अवधि में, कुछ विश्लेषकों का अनुमान है कि अगस्त 2025 के अंत तक शेयर ₹59.89 तक पहुंच सकता है, जो वर्तमान स्तर से 29% की वृद्धि दर्शाता है।
विशेषज्ञ क्यों हैं बुलिश?
- रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश: रिलायंस पावर की भूटान में जॉइंट वेंचर और सौर प्रोजेक्ट्स ने 3 गीगावाट से अधिक की क्लीन एनर्जी पाइपलाइन बनाई है।
- वित्तीय सुधार: FY25 में, कंपनी ने ₹2,947.40 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जिसमें ROE 18.04% रहा, जो 5-वर्षीय औसत से बेहतर है।
- कर्ज प्रबंधन: 2025 में डेट-टू-इक्विटी अनुपात 0.93 तक सुधरा, जो 2021 में 1.68 था।
तुलनात्मक विश्लेषण: रिलायंस पावर बनाम अन्य पावर स्टॉक्स
कंपनी | मार्केट कैप (₹ करोड़) | P/E Ratio | ROE (%) | 2025 में रिटर्न (%) |
---|---|---|---|---|
रिलायंस पावर | 18,650 | 8.5 | 18.04 | -35% |
टाटा पावर | 1,35,000 | 35.2 | 12.3 | 20% |
अडानी पावर | 2,80,000 | 15.8 | 22.5 | 45% |
रिलायंस पावर का P/E अनुपात कम है, जो इसे वैल्यू स्टॉक बनाता है। हालांकि, अडानी पावर जैसे प्रतिस्पर्धियों ने 2025 में बेहतर रिटर्न दिए हैं।
2025 में क्या है नया?
2025 में, रिलायंस पावर ने कई रणनीतिक कदम उठाए हैं:
- ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स: कंपनी ने ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं।
- सौर ऊर्जा विस्तार: 1,000 मेगावाट के नए सौर प्रोजेक्ट्स की घोषणा।
- निवेशक विश्वास: हाल के फंड रेजिंग और डेट रीस्ट्रक्चरिंग ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है।
ये कदम भारत की रिन्यूएबल एनर्जी नीतियों के साथ तालमेल बिठाते हैं, जो कंपनी को दीर्घकालिक विकास के लिए तैयार करते हैं।
FAQ Section
1. Reliance Power Share Price में गिरावट का कारण क्या है?
25 अगस्त 2025 को, शेयर में 5% की गिरावट CBI की Anil Ambani के खिलाफ जांच के कारण हुई, जो रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़ी है। रिलायंस पावर ने स्पष्ट किया कि इसका उनके संचालन पर कोई प्रभाव नहीं है।
2. क्या रिलायंस पावर में निवेश सुरक्षित है?
रिलायंस पावर में निवेश जोखिम और अवसर दोनों के साथ आता है। कंपनी के रिन्यूएबल एनर्जी फोकस और बेहतर वित्तीय स्थिति सकारात्मक हैं, लेकिन बाजार की अस्थिरता और हेडलाइन रिस्क को ध्यान में रखें।
3. विशेषज्ञों का टारगेट प्राइस क्या है?
विश्लेषकों ने ₹45-₹50 का शॉर्ट-टर्म टारगेट और ₹59.89 तक का लॉन्ग-टर्म टारगेट दिया है, जो 2025 के लिए 29% की संभावित वृद्धि दर्शाता है।
4. रिलायंस पावर का भविष्य कैसा है?
कंपनी का रिन्यूएबल एनर्जी में विस्तार और कर्ज में कमी इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती है, खासकर भारत की नेट-जीरो नीतियों के साथ।
5. रिलायंस पावर के प्रतिस्पर्धी कौन हैं?
टाटा पावर, अडानी पावर, और NTPC जैसे खिलाड़ी इसके प्रमुख प्रतिस्पर्धी हैं। रिलायंस पावर का कम P/E अनुपात इसे वैल्यू निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है।
निष्कर्ष
Reliance Power Share Price में हाल की 5% गिरावट ने निवेशकों का ध्यान खींचा है, लेकिन विशेषज्ञों की बाय रेटिंग और ₹59.89 तक के टारगेट से पता चलता है कि यह स्टॉक में अवसर हो सकता है। कंपनी का रिन्यूएबल एनर्जी में फोकस, बेहतर वित्तीय प्रदर्शन, और कर्ज प्रबंधन इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, बाजार की अस्थिरता और हेडलाइन रिस्क को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।